बुधवार, 11 सितंबर 2019

श्रीमद्भागवत कथा का महात्म्य, भागवत कथा दूसरा अध्याय भक्ति का दुःख दूर करने के लिए नारद का उद्योग

श्रीमद्भागवत कथा का महात्म्य दूसरा अध्याय, भागवत कथा भक्ति का दुःख दूर करने के लिए नारद का उद्योग by Pandit Pradeep Pandey 9871030464 https://youtu.be/4DaumxIJDtg https://goo.gl/maps/NDYdYv1RBut
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श्री मद्भागवत जी की कथा समस्त
#वेद-पुराण आदि के सार से निर्मित है जिस तरह फ़ल के अन्दर से प्राप्त होने वाला रस उस #वृक्ष की जड़ से प्रारम्भ होकर तनों और डालियों के माध्यम से होता हुआ फ़ल में जाता है और फ़ल में जाकर वह रसता अथवा मधुरता को प्राप्त हो जाता है, परन्तु जड़ और तनों में मैजूद रस फ़ल के रस से मिन्न होता है उसी तरह समस्त वेद और #पुराणादि वृक्ष के जड़ तनों आदि से हैं और #भागवत जी उस मधुर फ़ल के समान हैं I #द्वितीय अध्याय में #सनकादि द्वारा #नारद जी को तह बताया गया कि #श्रीमदभागवत जी का क्या #महत्व है I
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