शुक्रवार, 15 मार्च 2019

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम, लाभ एवं मन्त्र, importance of One F...

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम, लाभ एवं मन्त्र, Ek mukhi Rudraksha Effects by Pandit Pradeep Pandey 9871030464 https://youtu.be/iMxYyEHHJME
#एकमुखी #रुद्राक्ष का आकार #ओंकार होता है। इसमें #साक्षात #भगवान #शिव का वास होता है। #मान्यता है कि एक मुखी #रुद्राक्ष (Ek Mukhi Rudraksha) धारण करने से #भगवान #शिव की #शक्तियां प्राप्त होती है। यह एक दुर्लभ #रुद्राक्ष है जो किस्मत वालों को ही मिलता है।
#एकमुखी रुद्राक्ष के #लाभ
इस
#एकमुखी #रुद्राक्ष के प्रभाव में #मनुष्य अपनी #इंद्रियों को वश में कर #ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति की ओर अग्रसर होता है।
सबसे बड़ी बात ये है कि इससे उच्च
#रक्तचाप की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। #उच्च रक्तचाप की समस्या को नियंत्रित करने का इससे आसान उपाय और कोई नहीं हो सकता।
इसे
#धारण करने से मनुष्य की उसके शत्रुओं से रक्षा होती है। यहां तक कि धन प्राप्ति में भी #एकमुखी #रुद्राक्ष सहायक होता है।
एक
#मुखी #रुद्राक्ष #धारण करने से व्यक्ति गंभीर पापों से भी मुक्ति पा सकता है।
एक
#मुखी रुद्राक्ष की #प्रयोग विधि
एक मुखी रुद्राक्ष को
#धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं नमः” है और शिव का पंचाक्षर बीज मंत्र “ॐ नमः #शिवाय” है। दोनों में से किसी भी एक #मंत्र का उच्चारण कर #एकमुखी रुद्राक्ष को #धारण किया जा सकता है।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें